कहाँ से आया 'भारत माता की जय' - हमारी भारत माता
पिछले कुछ समय से 'भारत माता' और 'भारत माता की जय,' इसे लेकर देशभर में खूब विवाद हो रहा है। कोई पार्टी कहती है कि यह नारा देश के लिए आपके समर्पण भाव को दिखाता है तो कोई पार्टी कहती है कि इस नारे का मकसद देश का भगवाकरण करना है। कोई व्यक्ति कहता है कि वह भारत माता की जय नहीं बोलेगा तो कोई कहता है कि वह जोर-शोर से इस नारे को कहेगा। खैर हम यहां पर विवादों पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। लेकिन हम चाहते हैं कि आप भारत माता और भारत माता की जय, क्या है और इसका क्या महत्व रहा है। दरअसल यह किस्सा देश की आजादी से पहले का है जब देश में आजादी की लड़ाई आगे बढ़ाई जा रही थी। उसी समय देश को भारत माता माना गया था। सन 1873 में पहली बार नजर आईं भारत माता भारत माता की जो तस्वीर आज आप देखते हहैं उसे 19वीं सदी के आखिरी में स्वतंत्रता संग्राम में तैयार किया गया था। किरन चंद्र बनर्जी ने एक नाटक लिखा था जिसका टाइटम था, 'भारत माता,' इस नाटक का प्रदर्शन सन 1873 में किया गया था। यहीं से 'भारत माता की जय' इस नारे के शुरू होने के बारे में बातें कही